तुलसी जयंती

तुलसी जयंती के अवसर पर 24 वर्षों तक पद्मभूषण पं. रामकिंकर उपाध्याय के सप्त-दिवसीय प्रवचन होते रहे इन वर्षों में पूज्य पंडित जी ने प्रतिष्ठान की व्यास पीठ को गरिमा प्रदान करने के साथ ही, मानस की तलस्पर्शी और बहुआयामी व्याख्या प्रस्तुत की, जिसका आनंद लेने वालों की संख्या हजारों में होती थी। दिनांक 9 अगस्त 2002 को पंडितजी के महाप्रयाण के बाद प्रवचनों की इस परंपरा की निरंतरता बनाये रखने के लिये अब, पंडितजी की शिष्या एवं मानसपुत्री सुश्री मंदाकिनी रामकिंकर के प्रवचन आयोजित किये जा रहे है।

सिद्ध रघुनाथ मंदिर
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